इस आत्मा का नाम स्नोई है। मेरा पुत्र युधिष्टिर इसको चार साल पहले दिल्ली विश्वविधालय के एक प्रोफेसर के घर से एक महीने की आयु में लाया था। घर के परिवार के सदस्य की तरह इसका पालन हुआ। गत शनिवार ७ सितम्बर को एक घंटे की ख़राब तबियत होने के दौरान अस्पताल में इसने प्राण छोड़ दिए। शायद इतना ही साथ था। ।हमारे घर आने वाले मित्रो व रिश्तेदारों का कहना ये प्यारी व निराली आत्मा थी। प्रभु इसकी आत्मा को शांति व सद्गति प्रदान करे। मेरा मानना है की पिछले जनम का इसका हमारे परिवार पर ऋण था। …… या ये हमारे घर का कोई संकट ले गयी …। ॐ शांति
0 रूप चौधरी, गाजियाबाद
