
मेरिलेंड (फ्लोरिडा) का बेंजो विश्व का पहला और एकमात्र ऐसा कुत्ता है जो कुशल मानव गोताखोर की तरह विशेष पोशाक पहन कर समुद्र की गहराइयों में विचरण कर सकता है।
गोताखोरी के अतिरिक्त वह डाॅल्फिन मछलियों को कुशलतापूर्वक खाना खिलाने का काम भी करता है, अपनी इस विशिष्ट योग्यता के कारण अफगान हाउंड नस्ल के इस कुत्ते को हाॅलीवुड की एक फिल्म में नायक की भूमिका भी मिली। विख्यात निर्देशक जो केंप की फिल्म ‘बेंजो टेक्स अ ड्राइव’ की नायिका भी इस नस्ल की सुंदर मादा है। बेंजो के लिए गोताखोरी का मास्क एवं पोशाक चुनने का काम प्रशिक्षक फ्रेंक इन ने कई नमूनों को आजमाने के बाद किया। प्रशिक्षण का काम 3 महीनों में पूरा हुआ था।इसी प्रशिक्षण के दौरान बेंजो की दोस्ती डाॅल्फिन से हुई। इस चंचल समझदार मछली के साथ जल-क्रीडा करना बेंजो को बेहद भाता है।
प्रशिक्षण एवं पोशाक आदि पर 3 लाख डाॅलर व्यय हुए। फिल्म को बाॅक्स आॅफिस पर सफलता के बाद बेंजो को दस लाख डाॅलर का मेहनताना मिला था। अब वे अपनी फिल्मी नायिका को जिंदगी की नायिका बनाकर लंबा हनीमून मना रहे हैं। (चैथा संसार में 28 मई 1989 को प्रकाशित) 0 प्राणरक्षक ‘जावा’
इटली के उत्तरी भाग में लोआनो नामक तटीय क्षेत्र में ‘जावा’ इनसानों की जान बचाने का काम करता है। विशेष रूप से प्रशिक्षित न्यू फाउंडलैंड का करूण-क्रंदन सुनते ही सागर में छलांग लगाता है तथा उसकी बांह को मुंह में दबाकर किनारे तक पहुंचा देता हैं।
70 किलोग्राम का यह कद्दावर कुत्ता जितना ताकतवर है, उतना ही कुशल तैराक भी है। पिछले तीन वर्षों से यह काम करते-करते वह अब तक सैकडों व्यक्तियों को मौत के मुंह से निकाल चुका है। जावा की छोटी बहन ‘ईथल’ भी प्राण-रक्षा का विशेष प्रशिक्षण प्रापत कर भाई का हाथ बंटाने लगी है। ईथल किनारे के बजाय एक नौका में घूमती है तथा डूबते व्यक्ति की पुकार सुनते ही सागर में कूद कर उसे खींच कर नौका तक ले आती है। शक्ल सूरत से भयानक नजर आने वले इन भाई-बहनों के हृदय में मानवता इतनी अधिक है कि किसी भी खतरे से डरे बिना हर हालत में डूबते व्यक्ति की मदद करते हैं और अपनी जान पर खेलकर उनके प्राणों की रक्षा करते हैं। (चैथा संसार में 28 मई 1989 को प्रकाशित)
